जावेद खनानी की कहानी: नोटबंदी और रहस्यमय मौत का कनेक्शन
जावेद खनानी और फिल्म 'धुरंधर'
जावेद खनानी और नोटबंदी: आदित्य धर की फिल्म 'धुरंधर' को व्यापक प्रशंसा मिल रही है, लेकिन क्या आपने देखा है कि इसमें एक ऐसा पात्र भी है जो नकली नोटों के व्यापार में लिप्त था? यह पात्र जावेद खनानी पर आधारित है, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा हवाला ऑपरेटर माना जाता था। जब भारत में 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाया गया, ठीक एक दिन पहले, उसके भाई अल्ताफ खनानी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद, लगभग एक महीने के भीतर जावेद खनानी की भी मृत्यु हो गई। बॉलीवुड के लेखक और फिल्म समीक्षक सिद्धार्थ अरोड़ा ने फेसबुक पर इस विषय पर एक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने इस कहानी का पूरा विवरण दिया है। आइए जानते हैं कि नोटबंदी और इन दोनों भाइयों का क्या संबंध है…
नकली नोटों का कारोबार
अल्ताफ और जावेद खनानी ने अपने अवैध कार्यों से भारत की अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुँचाने की कोशिश की। बाहरी तौर पर ये दोनों भाई मनी एक्सचेंज का व्यवसाय करते थे, लेकिन असल में इनका साम्राज्य हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और जाली नोटों के व्यापार पर आधारित था। इनका सबसे बड़ा हथियार भारतीय नकली नोट थे। हालांकि, अल्ताफ खनानी अपने भाई को छोड़कर अमेरिका भाग गया और वहीं मनी लॉन्डरिंग का काम करता रहा।
7 और 8 नवंबर का ऐतिहासिक कनेक्शन
खनानी भाइयों का पतन सितंबर 2015 में शुरू हुआ, जब अमेरिकी एजेंसी (DEA) ने अल्ताफ खनानी को गिरफ्तार किया। इसके बाद, 7 नवंबर 2016 को अमेरिका की अदालत ने अल्ताफ को 20 साल की सजा सुनाई और उस पर ढाई लाख डॉलर का जुर्माना लगाया। इसके ठीक अगले दिन, 8 नवंबर 2016 को भारत में रात 8 बजे 'नोटबंदी' की घोषणा की गई। इस फैसले ने जावेद खनानी को बुरी तरह प्रभावित किया, क्योंकि उसके पास मौजूद हजारों करोड़ के जाली नोट एक झटके में बेकार हो गए। इससे वह अंडरवर्ल्ड और आतंकवादी संगठनों के कर्ज में डूब गया।
जावेद खनानी की मौत का रहस्य
8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के साथ ही जावेद खनानी की मृत्यु भी हुई। उसके पार्टनर्स के अनुसार, 4 दिसंबर 2016 को वह अपनी आठ मंजिला इमारत से गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि, उसके परिवार ने इसे आत्महत्या बताया। यह अभी भी एक रहस्य बना हुआ है कि जावेद ने आत्महत्या की थी या उसकी हत्या हुई थी। इस मामले की जांच के लिए एसपी जावेद मुश्ताक ने एक टीम बनाई, लेकिन यह पूरी नहीं हो सकी। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना था कि जावेद की मौत आत्महत्या, हत्या या दुर्घटना थी।
'धुरंधर 2' में जावेद खनानी की मौत का दृश्य
'धुरंधर' के दूसरे भाग में जावेद खनानी की मौत को लेकर भी जानकारी दी गई है। इसमें बताया गया है कि वह निर्माणाधीन आठ मंजिला इमारत से गिरा और बिजली के हाई-वोल्टेज तारों से टकराया, जिससे उसकी जान चली गई। फिल्म में यह दृश्य रात के समय का दिखाया जाएगा, ताकि बिजली के तारों से निकलने वाली चिंगारियों को दर्शाया जा सके।