इंडियन सिनेमा की 7 आइकॉनिक फिल्में जरूर देखें

शोले (1975)

अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की इस उत्कृष्ट फिल्म ने भारतीय सिनेमा को महत्त्वपूर्ण दर्जा दिया।

मदर इंडिया (1957)

नर्गिस और सुनील दत्त की इस महान फिल्म ने ऑस्कर तक पहुँचने का सफर तय किया।

आनंद (1971)

ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनी यह फिल्म आज भी सिनेमा के प्रशंसकों में लोकप्रिय है।

प्यासा (1957)

गुरुदत्त की इस फिल्म ने साहित्यिक संवेदना और उम्मीद की नई दिशा दिखाई।

कागज के फूल (1959)

गुरुदत्त की इस आइकॉनिक फिल्म ने भारतीय सिनेमा को नए स्तर पर पहुंचाया।

दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995)

शाहरुख़ और काजोल की जोड़ी ने इस फिल्म को अनदेखी से प्यार का रंग दिया।

पांथेर पांचाली (1955)

सत्यजित रे की इस ग्रामीण दृष्टि से भरी फिल्म ने साहित्यिक रूप में चमक दिखाई।

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