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क्या है करूर रैली हादसे के बाद विजय की संवेदनशीलता? जानें पीड़ित परिवारों से उनकी मुलाकात की पूरी कहानी!

तमिलनाडु के करूर में हुई रैली में भगदड़ के बाद, अभिनेता विजय ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने परिवारों को आश्वासन दिया कि वह उनके बच्चों की शिक्षा और चिकित्सा खर्च का ध्यान रखेंगे। जानें इस संवेदनशील मुलाकात की पूरी कहानी और विजय की मानवीयता के बारे में।
 
क्या है करूर रैली हादसे के बाद विजय की संवेदनशीलता? जानें पीड़ित परिवारों से उनकी मुलाकात की पूरी कहानी!

विजय की करूर रैली हादसे के पीड़ित परिवारों से मुलाकात




चेन्नई, 27 अक्टूबर। तमिलनाडु के करूर में अभिनेता और टीवीके के अध्यक्ष सी. जोसेफ विजय की 27 सितंबर को आयोजित रैली में अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 41 लोगों की जान चली गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।


इस घटना ने राज्यभर में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा किया, जिससे आम जनता और राजनीतिक नेताओं ने भी आलोचना की।


सोमवार को विजय ने करूर हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से मुलाकात की। यह मुलाकात महाबलीपुरम के एक निजी रिसॉर्ट में आयोजित की गई, ताकि परिवारों को सुरक्षित और आरामदायक माहौल मिल सके।


विजय ने हर परिवार से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनकी पीड़ा को समझने का प्रयास किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह बच्चों की शिक्षा और चिकित्सा खर्च का पूरा ध्यान रखेंगे।


इस दौरान विजय ने कहा, 'इस कठिन समय में मैं आपके साथ हूं। आपका दुख मेरा भी दुख है।'


टीवीके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि यह मुलाकात पूरी तरह से निजी थी, जिसमें केवल पार्टी के करीबी सदस्य शामिल थे। इसका उद्देश्य परिवारों को सीधे संवेदना देना और उनकी तत्काल जरूरतों को पूरा करना था।


पार्टी के सूत्रों के अनुसार, पीड़ित परिवारों को चेन्नई लाया गया। लगभग 38 परिवारों को निजी बसों से लाया गया, जबकि कुछ परिवार हवाई यात्रा से पहुंचे।


टीवीके के सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक परिवार को पहले उनके घर से करूर में एक साझा स्थान पर लाया गया, जहां से सभी को सड़क मार्ग से महाबलीपुरम भेजा गया। इस पूरे प्रबंध की देखरेख करूर, कोयंबटूर और इरोड जिलों के सचिवों ने की। पार्टी ने सुनिश्चित किया कि यात्रा के दौरान परिवारों को कोई असुविधा न हो और उन्हें पूरा सम्मान और देखभाल मिले।


विजय ने पहले योजना बनाई थी कि वह करूर जाकर हर परिवार से उनके घर पर मिलेंगे, लेकिन सुरक्षा कारणों और अन्य दिक्कतों के चलते यह योजना बदलनी पड़ी। इसके बाद पार्टी ने निर्णय लिया कि सभी परिवारों को एक ही स्थान पर बुलाया जाए, ताकि मुलाकात शांतिपूर्ण, निजी और सम्मानजनक माहौल में हो सके.


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